Fixed Deposit Ke Bare Me
फिक्स्ड डिपोजिट के बारे मे
सेबी के एक सर्वे के जारिये ये पता चला है कि आज भी 90 फीसदी लोग आज भी अपना पैसा निवेश करने के लिए अपना पैसा बैकों मे Fixed Deposit के रुप जमा कराते हैं। 10 फीसदी से भी कम लोग अपना पैसा Mutual Fund या Stock मे निवेश करना पसन्द करते हैं। सेेेबी के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में किये गये सर्वे के जरिये ये बात सामने आई हैं कि भारतीयों का अपने पैैसे को निवेश करने का पहली पसंद Fixed Deposit है।
जीवन बीमा भारतीयों का दूूूसरा सबसे पसंदीदा निवेश विकल्प है। इसके अलावा भारतीयों के शीर्ष 5 निवेश विकल्पों में सोना , चांदी , पोस्ट आफिस सेविंग स्कीम और फिर रियल स्टेट आता हैं। हम भारतीय अपने पैसो को निवेश करने के मामले मे ज्यादा रिस्क लेना पसन्द नही करते। इसलिए हम लोग अपने पैसो को Mutual Fund मे जमा करना ज्यादा पसंद करते हैं।
जीवन बीमा भारतीयों का दूूूसरा सबसे पसंदीदा निवेश विकल्प है। इसके अलावा भारतीयों के शीर्ष 5 निवेश विकल्पों में सोना , चांदी , पोस्ट आफिस सेविंग स्कीम और फिर रियल स्टेट आता हैं। हम भारतीय अपने पैसो को निवेश करने के मामले मे ज्यादा रिस्क लेना पसन्द नही करते। इसलिए हम लोग अपने पैसो को Mutual Fund मे जमा करना ज्यादा पसंद करते हैं।
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तो आज मै आप को Fixed Deposit के फायदे और नुकसान के बारे मे बताऊगाा। बैकों फिक्स डिपोजिट करवाना भारतीयों का पसंदीदाा निवेश है। इसका एक तो सब से बडा कारण ये है इस का जोखिमरहित होना और दूसरा ये है कि इस का निश्चित अवधि मे निश्चित और आकर्षक ब्याज दर के साथ रिर्टन मीलना।
इसमे आप के पैसे का डूबने कि बिल्कुल भी खतरा नहीं होता है। हा ये हो सकता हैं कि आप को ब्याज थोड़ा कम मिले। परन्तु हमेशा ऐसा नहीं होता है। इतनी सारी सुविधाएं होने के बाद भी एक्सपर्ट यही मानते है कि Fixed Deposit कराने में कुछ नुकसान भी है।
तो आज मै आप को Fixed Deposit के फायदे और नुकसान के बारे मे बताऊगाा। बैकों फिक्स डिपोजिट करवाना भारतीयों का पसंदीदाा निवेश है। इसका एक तो सब से बडा कारण ये है इस का जोखिमरहित होना और दूसरा ये है कि इस का निश्चित अवधि मे निश्चित और आकर्षक ब्याज दर के साथ रिर्टन मीलना।
इसमे आप के पैसे का डूबने कि बिल्कुल भी खतरा नहीं होता है। हा ये हो सकता हैं कि आप को ब्याज थोड़ा कम मिले। परन्तु हमेशा ऐसा नहीं होता है। इतनी सारी सुविधाएं होने के बाद भी एक्सपर्ट यही मानते है कि Fixed Deposit कराने में कुछ नुकसान भी है।
Fixed Deposit Ke Faiyde Aur Nuksaan
फिक्स्ड डिपोजिट कराने के फायदे और नुक्सान
फिक्स्ड डिपोजिट कराने फायदे :-
जब कोई आदमी किसी बैंक या पोस्ट आफिस में एफडी जमा करवाता है। तो ये निवेश पूरी तरह से जोखिमरहित होता है। यह निवेश किसी तरह से लिंक नहीं होता है। फिक्स्ड डिपॉजिट की अवधि पूरी होने पर ग्राहक को पूरी राशि ब्याज के साथ वापस कर दी जाती हैं। ब्याज दरें सीनियर सिटीजन के लिए कुछ ज्यादा होती हैं।
इसके साथ ही बैंक भी समय समय पर इसकी समीक्षा करके बाजार के अनुरूप फिक्स्ड डिपॉजिट की ब्याज की दर को तय करते हैं। तमाम बैंको की फिक्स्ड डिपॉजिट दर मे मामूली अन्तर होता है। कई बार बैंक ज्यादा से ज्यादा निवेश एकत्रित करने के उदेशय से ग्राहको फिक्स्ड डिपॉजिट पर उंची ब्याज दर देने की पेशकश करतें है। बैंक ऐसे कई लुभावने आफर अपने ग्राहकों को देता रहता हैं।
इसके साथ ही बैंक भी समय समय पर इसकी समीक्षा करके बाजार के अनुरूप फिक्स्ड डिपॉजिट की ब्याज की दर को तय करते हैं। तमाम बैंको की फिक्स्ड डिपॉजिट दर मे मामूली अन्तर होता है। कई बार बैंक ज्यादा से ज्यादा निवेश एकत्रित करने के उदेशय से ग्राहको फिक्स्ड डिपॉजिट पर उंची ब्याज दर देने की पेशकश करतें है। बैंक ऐसे कई लुभावने आफर अपने ग्राहकों को देता रहता हैं।
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फिक्स्ड डिपॉजिट कराने के नुकसान
बैंक एफडी पर मिलने वाला ब्याज प्रायः महागाई की दर के
बराबर होता हैं। और कई बार इस दर से कम रह जाता हैं। एक्सपर्ट निवेश विकल्प पर रिटर्न जोडते समय उपभोक्ता महागाई की औसत दर 8 फीसदी के बराबर मानते है। ऐसे मे अगर बैक एफडी निवेशक को 8 से 8.5 के आस पास का ही ब्याज मिलता हैं।
तो निवेशक बड़ी मुश्किल से महगाई दर को पिछाड़ पाता है। ऐसे में निवेशक को निवेश पर मिलने वाला रिर्टन शून्य हो जाता हैं। बैंक एफडी पर मिलने वाला रिर्टन टैक्सेबल होता हैं। आमतौर पर लम्बी अवधि के लिए किया जाने वाला निवेश करमुक्त होता है। लेकिन बैंक एफडी पर मिलने वाला ब्याज मैजूदा सैलब मे ही करयोग्य होता है। ऐसे में मिलने वाला शुध्द रिर्टन और घट जाता है।
तो निवेशक बड़ी मुश्किल से महगाई दर को पिछाड़ पाता है। ऐसे में निवेशक को निवेश पर मिलने वाला रिर्टन शून्य हो जाता हैं। बैंक एफडी पर मिलने वाला रिर्टन टैक्सेबल होता हैं। आमतौर पर लम्बी अवधि के लिए किया जाने वाला निवेश करमुक्त होता है। लेकिन बैंक एफडी पर मिलने वाला ब्याज मैजूदा सैलब मे ही करयोग्य होता है। ऐसे में मिलने वाला शुध्द रिर्टन और घट जाता है।
इस तरह महगाई की दर से कम रिर्टन और मिलन वाले रिर्टन पर भी टैक्स लगाने की वजह से शुध्द कमाई का घट जाना ये दो कारण जो बैंक एफडी जैसे जोखिमरहित निवेश को बेहतर नहीं बनाते। एक्पर्ट का मानना हैं कि यदि आपने कम उम्र मे निवेश शुरू किया है तो लंबी अवधि के लिए इक्विटी म्युचुअल फंड्स मे निवेश करना आप के लिए एक बेहतरीन विकल्प है। इसके इतर अगर उम्र या किसी अन्य कारण आप के जोखिम लेने की क्षमता नही है तब भी आप को एफडी जैसे विकल्पो को चुनना चाहिए।
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